बलाही समाज के लोगो कार्यवाही की मांग को कलेक्टर ऑफिस में ज्ञापन सौपा,

देवास में उपाध्यक्ष सुमित पलासिया के दलित होने के कारण हो रहे भेदभावपूर्ण व्यवहार को अवगत करवाते हुए दोषियों पर उचित कार्रवाई
भारत सरकार के आवास एवं शहरी मंत्रालय के द्वारा अमृत 2 .0 योजना के शिलान्यास कार्यक्रम का शुभारंभ नगर परिषद सतवास के द्वारा आयोजित किया गया यह कार्यक्रम माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के वर्चुअल उपस्थिति में संपन्न हुआ भारत सरकार के आवास एवं शहरी मंत्रालय के द्वारा शिलालेख पट्टीका की जो डिजाइन भेजी थी उसमें उपाध्यक्ष श्री सुमित पलासिया जी का नाम प्रोटोकॉल के हिसाब से अंकित था किंतु नगर परिषद सतवास और भाजपा की दलित विरोधी मानसिकता के चलते छेड़छाड़ करते हुए जानपूछकर नगर पंचायत उपाध्यक्ष पद का नाम शिलालेख (पत्थर )से हटाया गया है जो की अपराध की श्रेणी में आता है एक निर्वाचित दलित नगर पंचायत उपाध्यक्ष का नाम नहीं लिखना इस बात को दर्शाता है कि यह दलित वर्ग के विरोधी है सतवास नगर परिषद में उपाध्याय का चुनाव संपन्न हुआ जिसमें सुमित पलासिया उपाध्यक्ष निर्वाचित हुए नगर परिषद सतवास में उपाध्यक्ष को आवंटित कक्ष विगत 40 वर्षों से बैठने हेतु मिलता रहा है लेकिन दो दिनों के बाद उपाध्यक्ष के बैठने हेतु आवंटित कक्ष दिनांक 26/ 01/ 2024 जिस दिन भारत देश का संविधान लागू हुआ था उसी दिन दलित विरोधी मानसिकता के चलते अध्यक्ष बलजीत जी कोर पति सतनाम सिंह बग्गा के द्वारा कर्मचारियों को बोलकर आवंटित कक्ष हटवा दिया गय ,वर्तमान में शिलालेख पर नाम नहीं होने की घटना से संपूर्ण दलित समाज का मन आहत हुआ है बार-बार दलित होने के कारण प्रताडीत किया जा रहा है ज्ञापन के माध्यम से मांग करते हुए उपाध्यक्ष को बैठने हेतु कक्ष आवंटित किया जावे और शिलालेख को बदलकर नए शिलालेख पर उपाध्यक्ष का नाम अंकित किया जावे और नगर परिषद सतवास जिला देवास के जिन लोगों ने शिलालेख पर नाम हटाने जैसा अपराध किया है उनकी जांच कर दोषियों पर स्थित करवाई की जावे इस घटना से संपूर्ण दलित समाज में आक्रोश है
अगर उचित कार्रवाई नहीं की गई तो संपूर्ण दलित सामान आंदोलन करने पर मजबूर होंगे,
हरदा कलेक्टर में दिनेश मोहे,अभा बलाही जिलाध्यक्ष, राम ओसेल,योगेश अटेल,कमलेश बड़ोले,राहुल पवारे, महेंद्र कविश, सोहन कोगे, एब दर्जन सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद थे



